
यदि आप भारत में रहते हैं तो आपने अश्वगंधा नमक जड़ी बूटी के विषय में अवश्य ही सुना होगा। इस जड़ी बूटी को अनेक प्रकार के रोगों को दूर करने के लिए प्रयोग किया जाता है। आप विश्वास नहीं करेंगे परन्तु आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा पद्धति में अश्वगंधा के अनेक फायदों (ashwagandha benefits in hindi) के विषय में विस्तृत रूप से बताया गया है। यह जड़ी बूटी अनेक प्रकार से मानव शरीर को लाभ पहुंचने के लिए जानी जाती है।
अश्वगंधा, जिसे भारतीय जिनसेंग के नाम से भी जाना जाता है, यह रक्त शर्करा के स्तर को कम करने, कैंसर से लड़ने, तनाव और चिंता को कम करने और पुरुषों में प्रजनन क्षमता बढ़ाने की अपनी क्षमता रखता है। इसके अलावा यह अस्थमा, और उच्च रक्तचाप को रोकने में भी मदद करता है। साथ ही, अश्वगंधा एंटीऑक्सिडेंट की आपूर्ति को बढ़ाता है और इम्यून सिस्टम को नियंत्रित करता है। यह बहुत ही अविश्वसनीय है किन्तु इन सबके अलावा अश्वगंधा में जीवाणुरोधी और रोगाणुरोधी गुण भी उपस्थित होते हैं।

कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
- यह एक अविश्वसनीय स्वास्थ्य औषधीय जड़ी बूटी है।
- अश्वगंधा को आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का राजा कहा जाता है।
- अस्वगंधा को भारतीय जिनसेंग भी कहा जाता है।
- यह भारत में पैदा होता है और यह सूखे क्षेत्रों में सबसे अच्छे से बढ़ता है।
- इसका नाम अश्वगंधा, घोड़े के पसीने की गंध के कारण रखा गया है।
- गर्भवती महिलाओं को अश्वगंधा का उपयोग करने से बचना चाहिए क्योंकि इससे प्रसव जल्दी हो सकता है।
- यह कुछ प्रकार के कैंसर, अल्जाइमर और एंग्जायटी के लिए फायदेमंद (ashwagandha benefits in hindi) हो सकती है।
अश्वगंधा का इतिहास और उपज का स्थान – History of Ashwagandha
अश्वगंधा का इतिहास अनिवार्य रूप से आयुर्वेद के इतिहास के साथ जुड़ा हुआ है, क्योंकि इसे सबसे महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों में से एक माना जाता है। आयुर्वेद एक संस्कृत शब्द है जहाँ अयुर का अर्थ है “जीवन” और वेद का अर्थ है “जानना”।
अश्वगंधा एक सदाबहार झाड़ी है जो भारत, मध्य पूर्व और अफ्रीका के कुछ हिस्सों में उगती है। औषधीय प्रयोजनों के लिए इसकी जड़ों और नारंगी-लाल फल का उपयोग सैकड़ों वर्षों से किया गया है।
Ashwagandha Benefits अश्वगंधा के फायदे
बहुत से आधुनिक अध्ययनों से पता चला है कि अश्वगंधा कई प्रकार से मनुष्य स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। आइये अश्वगंधा के फायदों पर नजर डालते हैं

1. ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखता है अश्वगंधा
अश्वगंधा का उपयोग लंबे समय से आयुर्वेदिक चिकित्सा में डायबिटीज के उपचार के लिए किया जाता रहा है। एक रिसर्च के अनुसार अश्वगंधा की जड़ों और पत्तियों में पाए जाने वाले फ्लेवोनोइड्स का उपयोग डायबिटीज को ठीक करने के लिए किया जाता है। इस रिसर्च से यह निष्कर्ष निकाला गया कि अश्वगंधा में एंटीडायबिटिक और एंटीहाइपरलिपिडेमिक गुण होते हैं जो ब्लड शुगर के लेवल को काफी कम कर देते हैं।

2. कैंसर से लड़ने में सहायक होता है अश्वगंधा:
एक नेचुरोपैथिक डॉक्टर, मैरी विंटर्स ने अपने एक अध्ययन शोध में अश्वगंधा के लिए विशिष्ट टिप्पणी की। उनके अनुसार अश्वगंधा में कैंसर समाप्त करने के गुण होने के कारण, अश्वगंधा को विकिरण चिकित्सा और कीमोथेरेपी के साथ मिलकर ऑन्कोलॉजी के क्षेत्र में एक नया अविष्कार किया जा सकता है। इसके अलावा यह काफी प्रसिद्ध इसलिए भी है क्योंकि यह ट्यूमर सेल-हत्या गतिविधि में किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप किये बिना कीमोथेरेपी के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए जाना जाता है।
3. कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित करता है अश्वगंधा

कार्बनिक अश्वगंधा (Ashwagandha) की

4. तनाव दूर करता है अश्वगंधा
अश्वगंधा का अर्क शरीर में कोर्टिसोल के स्तर को कम करने के काम आता है और इस प्रकार यह इसमें उपस्थित एंटी-स्ट्रेस गुण को दर्शाता है। अगर कहा जाये तो यह परंपरागत रूप से, किसी भी व्यक्ति को सुखदायक और शांत प्रभाव प्रदान करने के लिए जाना जाता है। इंडियन जर्नल ऑफ क्लिनिकल बायोकैमिस्ट्री में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया है कि अश्वगंधा के हर्बल अर्क के साथ इलाज किए जाने पर कई प्रकार के तनाव को सहा जा सकता है।
5. एंग्जायटी दूर करता है अश्वगंधा
अश्वगंधा से एंग्जायटी कम करने में मदद मिलती है। भारत में, प्राकृतिक अश्वगंधा का उपयोग पारंपरिक रूप से आयुर्वेद में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों में सुधार के लिए किया जाता है। भारत के चिकित्सा विज्ञान संस्थान बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में, अश्वगंधा का परीक्षण विशेष रूप से डिप्रेशन के लिए किया गया और इस अध्ययन में लगभग डिप्रेशन और एंग्जायटी के लिए सकारात्मक परिणाम पाए गए।
एंग्जायटी की दवा लोरज़ेपम (एक शामक और एंग्जायटी की दवा) की तुलना में अश्वगंधा एंग्जायटी के लक्षणों पर काफी अच्छा प्रभाव डालता है।
6. पुरुषों में प्रजनन क्षमता बढ़ाता है अश्वगंधा
टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने के अलावा, अश्वगंधा वीर्य की गुणवत्ता में सुधार करने में भी मदद करता है। अमेरिकन सेंटर फॉर रिप्रोडक्टिव मेडिसिन द्वारा प्रकाशित 2010 के एक वैज्ञानिक अध्ययन ने संकेत दिया कि अश्वगंधा एक कामोद्दीपक के साथ-साथ शुक्राणुओं की संख्या और शुक्राणु की गतिशीलता में वृद्धि करके वीर्य की गुणवत्ता में सुधार करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यही कारण है कि, कई शताब्दियों से, लोग बिस्तर में अपने साथी को खुश करने के लिए एक दवा के रूप में इसका उपयोग करते आ रहे हैं।

7. गठिया रोग से निजात दिलाता है अश्वगंधा
अश्वगंधा को एक दर्द निवारक के रूप में जाना जाता है जो दर्द संकेतों को तंत्रिका तंत्र पर भेजने से रोकने के लिए कार्य करता है। साथ ही इसमें कुछ एंटी इन्फ्लैमटॉरी गुण भी होते हैं। इसी कारण से, कुछ शोधों ने इसे गठिया के विभिन्न रूपों के उपचार में प्रभावी होना दिखाया है।
8. मसल वृद्धि में सहायक
अश्वगंधा को निचले अंगों की मांसपेशियों की ताकत में सुधार करने और कमजोरी को ठीक करने में मदद करने के लिए उपयोगी पाया गया है। यह न्यूरो-मांसपेशियों के समन्वय पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है।

9. इम्युनिटी बढ़ाता है अश्वगंधा
बहुत से शोधों से पता चला है कि अश्वगंधा के सेवन से इम्यून सिस्टम रिएक्टिविटी का महत्वपूर्ण मॉड्यूलेशन हुआ और इम्यूनोस्प्रेसिव ड्रग्स से प्रेरित चूहों में मायलोस्पुप्रेशन को रोका गया। अश्वगंधा कैप्सूल लाल रक्त कोशिका, श्वेत रक्त कोशिका और प्लेटलेट काउंट को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं, जो इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं।
10. हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है अश्वगंधा
अश्वगंधा से हृदय स्वास्थ्य के लिए कई तरह के फायदे हो सकते हैं, जिसमें कुछ उपचार भी शामिल है:
- उच्च रक्त चाप
- उच्च कोलेस्ट्रॉल
- छाती में दर्द
- दिल की बीमारी
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